क्रिकेट जगत के इतिहास सचिन तेंदुलकर जैसा बल्लेबाज दूसरा नहीं पैदा हुआ. लेकिन सचिन को सही मार्गदर्शन देने वाले थे उनके गुरु रमाकांत आचरेकर. जिनका आज बुधवार को निधन हो गया. रमाकांत आचरेकर 87 वर्ष के थे. वो कई दिनों से बढती हुई बिमारी से जूझ रहे थे. उनकी मौत की खबर उनकी रिश्तेदार रश्मि दलवी ने बताई. रमाकांत आचरेकर सर ने बुधवार को कपनी अंतिम सांस ली।
रमाकांत आचरेकर ने क्रिकेट करियर में सिर्फ 1 प्रथम श्रेणी मैच खेला है. लेकिन इसके बावजूद उन्हें भारत को सचिन तेंदुलकर जैसा क्रिकेट का कोहिनूर दिया. जिसने पूरी दुनिया में भारत का नाम रौशन किया. आज के दौर में भी कई सारे रिकॉर्ड सचिन के नाम मौजूद हैं।
सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट में 15000 से अधिक रन बनाए. तो वहीँ वनडे क्रिकेट में उनके नाम 18000 से अधिक रन दर्ज हैं. सचिन तेंदुलकर दुनिया के एकलौते ऐसे क्रिकेटर हैं. जिन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में 100 शतक लगाने का विश्व रिकॉर्ड बनाया. लेकिन सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट की बारीकियां उनके कोच रमाकांत आचरेकर ने ही सिखाई. जिस कारण आज वो महान बल्लेबाज बन सकें।
सचिन ने भी इसका खुलासा अपने कई इंटरव्यू में किया है कि आचरेकर सर की डांट ने उन्हें अनुशासनका ऐसा पाठ पढ़ाया. जो उनके बेहद काम आया. रमाकांत आचरेकर का जन्म 1932 में मुंबई में हुआ था. रमाकांत आचरेकर क्रिकेट के दिग्गज कोच रह चुके हैं. इसके अलावा वो मुंबई की टीम के चयनकर्ता भी रहे चुके हैं. लेकिन दुनिया में लोग उन्हें सचिन के गुरु के नाम से अधिक जानते हैं।
इस बात को खुद सचिन भी मानते हैं कि रमाकांत आचरेकर सर की कोचिंग में ही उन्हें काफी कुछ सीखा. जिससे उन्हें सफलता मिली. उनकी कोचिंग की बदौलत ही उन्होंने क्रिकेट जगत में इतना बड़ा मुकाम हासिल किया. इसके अलावा सचिन अक्सर आचरेकर सर की सेहत की जानकारी लेने के लिए उनके घर पर जाते थे. रमाकांत आचरेकर को क्रिकेट में किए गये उनके अमूल्य योगदान के लिए द्रोणाचार्य अवार्ड और पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित भी किया जा चुका है।