टीम इंडिया की दीवार रहे राहुल द्रविड़ जब से कोच बने हैं, उनके हिस्से कोई ऐसी उपलब्धि नहीं आई, जिसका वे बयान कर सकें। हां, टीम इंडिया जरूरत पर जरूर बिखर गई है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या राहुल द्रविड़ हेड कोच के रूप में फेल साबित हुए हैं। हाल ही में वल्र्ड टेस्ट चैंपियनशिप में जिस तरह भारतीय टीम की हार हुई, वह वाकई निराशाजनक है। ऐसे में टेस्ट के बेहतरीन बल्लेबाज पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
थकी-थकी से लगती है टीम
टीम की रणनीति के साथ मोराल पर भी असर पड़ा है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टॉस जीतकर गेंदबाजी करना सीधे-सीधे तश्तरी में जीत सजाकर देना है। ऐसे में टीम का नजरिया आक्रामक की जगह बचाव वाला ज्यादा नजर आता है। यही वजह है कि सितारों से सजी इस टीम में न तो बल्लेबाज रन बना पा रहे हैं और न ही गेंदबाज विपक्षी टीम को आउट करने में सक्षम नजर आ रहे हैं। द्रविड़ खिलाडिय़ों को भी नहीं संभाल पा रहे हैं। यही वजह है कि जसमीत बुमराह और श्रेयस अय्यर बाहर हैं। भुवनेश्वर भी मैदान से बाहर हैं। पिछले 18 माह में कई खिलाड़ी टीम से अंदर-बाहर हुए हैं। इसका भी असर टीम की एकजुटता या जूझने की शैली पर पड़ा है। भारतीय टीम टी-20 विश्व कप समेत प्रमुख मुकाबलों में बेदम नजर आई है।
शास्त्री बोले-सेमीफाइनल तक पहुंचना मुश्किल
पूर्व कोच रवि शास्त्री ने डब्ल्यूटीसी में हार पर द्रविड़ को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि लोगों को यह गलतफहमी है कि भारतीय टीम वल्र्ड कप के फाइनल में पहुंचेगी। जिस तरह का प्रदर्शन है, उसे देखकर तो लगता है कि टीम सेमीफाइनल तक में नहीं पहुंच पाएगी। उन्होंने द्रविड़ के साथ ही कप्तान रोहित शर्मा पर भी सवाल खड़े किए हैं।
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