‘सिर्फ धोनी, युवराज और गंभीर ने हमें 2011 का वर्ल्ड कप नहीं जिताया था बल्कि..’, एस श्रीसंत ने दिया बड़ा बयान, मचाई खलबली


भारतीय टीम ने साल 2011 में आखिरी बार वनडे विश्व कप के खिताब पर कब्जा जमाया था। तत्कालीन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में टीम इंडिया ने श्रीलंका के खिलाफ वानखेड़े स्टेडियम में फाइनल मैच जीतकर विश्व कप अपने नाम किया था। इसके बाद से भारत एक भी आईसीसी की ट्रॉफी नहीं जीत पाया है। इस बीच एस श्रीसंत ने 2011 विश्व कप की जीत को लेकर बड़ी बात कही है। उन्होंने कह है कि सुरेश रैना के बिना इस खिताब को जीतना भारत के लिए मुश्किल था।

पूर्व गेंदबाज ने कहा कि,“सुरेश रैना भारत के सबसे अंडररेटेड क्रिकेटर में से एक रहे हैं। अगर हम 2011 वर्ल्ड कप की बात कर रहे हैं तो आपको बता दें कि यदि रैना ने पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में उन्होंने जो पारी खेली है, वो काफी अहम थी। वह पारी काफी महत्वपूर्ण थी। अगर रैना उन मैचों में वैसे पारियां नहीं खेलते तो हम मैच नहीं जीत सकते थे। हम फाइनल में भी नहीं पहुंच पाते।”

धोनी का ही नहीं बाकियों का भी योगदान था..

मालूम हो कि सुरेश रैना ने वनडे विश्व कप 2011 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 28 गेंदों में 34 रनों की नाबाद पारी खेली थी। पाकिस्तान के खिलाफ भी रैना का बल्ला आग उगलता नज़र आया था। उन्होंने 39 गेंदों का सामना करते हुए 36 रन बनाए थे।

एस श्रीसंत ने आगे कहा कि, “बहुत सारे लोगों ने कहा है कि धोनी ने वर्ल्ड कप अकेले नहीं जिताया है, गंभीर भाई भी ये बातें हमेशा कहते रहते हैं। वो हमने भी जिताया है। वो हमने भी जिताया में रैना कभी भी आगे आकर नहीं कहते हैं कि मैंने भी वर्ल्ड कप जिताया है। मैं कहूंगा कि सबने मिलकर भारत को वर्ल्ड कप जिताया था। उनमें एक महत्वपूर्ण नाम है सुरेश रैना का।”

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत को मिली शिकस्त

गौरतलब है कि भारत को हाल ही में वनडे विश्व कप 2023 के फाइनल मुकाबले में करारी शिकस्त मिली थी। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 19 नवंबर को इस टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला खेला गया था।

इस मैच में कंगारुओं ने 6 विकेट से जीत दर्ज करते हुए छठवीं बार विश्व कप के टाइटल पर कब्जा जमाकर इतिहास रच दिया। भारतीय टीम एक बार फिर आईसीसी ट्रॉफी पर कब्जा जमाने से चूक गई। 12 साल का यह इंतज़ार अब और लंबा हो गया है।

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