आईपीएल 2024 में इरफ़ान पठान फिलहाल कमेंट्री कर रहे हैं लेकिन उन्होंने भी सालों तक इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में खेला। इरफान ने पंजाब किंग्स के लिए बल्ले से तो कई शानदार पारियां खेली ही लेकिन साथ ही गेंद से भी कई महत्वपूर्ण विकेट चटकाए। हालांकि, उनके सराहनीय योगदान को एकतरफ कर दिया जाए तो पठान को उनके आलोचक सिर्फ उस मैच के लिए याद रखते हैं जिस मैच में एमएस धोनी ने पठान के आखिरी ओवर में 2 छक्के और 1 चौका लगाकर अपनी टीम को प्लेऑफ तक पहुंचाया था।
आईपीएल 2010 में पंजाब और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच धर्मशाला में 54वें मैच में एमएस धोनी की टीम को प्लेऑफ में पहुंचने के लिए जीत की जरूरत थी।सीएसके 193 रनों का पीछा कर रही थी और आखिरी ओवर में 16 रन चाहिए थे। धोनी इस आखिरी ओवर में इरफान का सामना कर रहे थे और चेन्नई के कप्तान ने पठान को दो छक्के और एक चौका लगाकर अपनी टीम को मैच जिता दिया। पंजाब के खिलाफ इस जीत के बाद चेन्नई के सुपरकिंग्स ने उस सीज़न में अपना पहला खिताब भी जीत लिया था।
माही ने अंत तक नाबाद रहते हुए 29 गेंदों पर 5 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 54 रन बनाए और उनके बल्लेबाजी प्रयास के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया। दूसरी ओर, इरफ़ान ने भी बल्ले से प्रभावित किया और 27 गेंदों पर 4 चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 44 रन बनाए। हालांकि, उन्होंने अपने 3.4 ओवर में 44 रन दे दिए और वो पंजाब की हार के लिए जिम्मेदार भी ठहराए गए। उस मैच के आखिरी ओवर के मुख्य अंश हमेशा स्टार स्पोर्ट्स पर दिखाए जाते हैं और पठान ने अक्सर इसके पीछे के कारण पर सवाल उठाया है। हालांकि, अब एमएस धोनी के पूर्व भारतीय टीम के साथी और राज्य टीम के साथी, वरुण आरोन ने इस मैच से जुड़ा एक सनसनीखेज खुलासा किया है।
वरुण आरोन ने स्टार स्पोर्ट्स पर बोलते हुए कहा, “इरफ़ान पठान उस दिन अस्वस्थ थे लेकिन फिर भी खेले और मैच का आखिरी ओवर फेंकने के लिए राज़ी भी हुए। अगर इरफ़ान को स्वास्थ्य संबंधी कोई परेशानी नहीं होती तो एमएस धोनी उन्हें दो छक्के नहीं लगा पाते। अगर वो फिट होते तो वो एमएस को अटैक ना करने देते।”
वरुण आरोन के इस दावे के बाद सोशल मीडिया पर धोनी के फैंस उनके पीछे पड़ गए हैं और उनको जमकर ट्रोल कर रहे हैं। कुछ फैंस तो ये भी कह रहे हैं कि अगर ऐसा था तो पठान को अब गेंदबाजी दे दो और फिर देख लेते हैं कि धोनी उन्हें छक्के मार पाते या नहीं।
Post a Comment