"दानिश कनेरिया का सनसनीखेज खुलासा! पाकिस्तान में भेदभाव के लगाए गंभीर आरोप – बोले, 'मेरा करियर बर्बाद कर दिया गया'"

 


पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर Danish Kaneria ने पाकिस्तान में अपने खिलाफ भेदभाव के गंभीर आरोप लगाए हैं। कनेरिया ने कहा कि उन्हें पाकिस्तान में बराबरी का सम्मान और मूल्य नहीं मिला, जिसकी वजह से उनका करियर बर्बाद हो गया। उन्होंने बुधवार को 'पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की दुर्दशा' विषय पर आयोजित एक कांग्रेसनल ब्रीफिंग में हिस्सा लिया।

करियर बर्बाद होने की बताई वजह

ANI से बात करते हुए Danish Kaneria ने कहा, "आज हम सब यहां इकट्ठा हुए और बताया कि हमें किस तरह भेदभाव का सामना करना पड़ा। मैंने भी पाकिस्तान में भेदभाव झेला, जिसकी वजह से मेरा करियर खत्म हो गया। मुझे पाकिस्तान में बराबरी का सम्मान और अधिकार नहीं मिला। यहां जो भी लोग आए सभी लोगों ने भेदभाव के बारे में बताया कि पाकिस्तान ने उनके साथ कैसा व्यवहार किया। इस ब्रीफिंग का मकसद यही था कि पूरी दुनिया, खासतौर पर अमेरिका, को बताया जाए कि पाकिस्तान में लोगों को किस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है और इसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।"

पाकिस्तान के सबसे सफल स्पिनर रहे Danish Kaneria

Danish Kaneria ने पाकिस्तान के लिए 61 टेस्ट मैच खेले हैं और 261 विकेट अपने नाम किए। वह पाकिस्तान के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले स्पिनर हैं। कनेरिया पाकिस्तान क्रिकेट टीम में खेलने वाले दूसरे हिंदू खिलाड़ी थे, उनसे पहले अनिल दलपत ने पाक टीम में जगह बनाई थी।

अमेरिकी कांग्रेस सदस्य ने किया समर्थन

इस कार्यक्रम में भारतीय मूल के अमेरिकी कांग्रेस सदस्य श्री थानेदार भी शामिल हुए। उन्होंने पाकिस्तान में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे मानवाधिकार उल्लंघन की निंदा करने और पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।

अमेरिका से की प्रतिबंध लगाने की मांग

ANI से बातचीत में थानेदार ने कहा, "मैं यहां हिंदू समुदाय का समर्थन करने और पाकिस्तान में हो रही बर्बरताओं को रोकने के लिए आया हूं। पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदू लड़कियों को जबरन धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जा रहा है। अपहरण की घटनाएं भी हो रही हैं। मैं मांग करता हूं कि अमेरिकी विदेश विभाग पाकिस्तान पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए, जब तक ये अत्याचार बंद नहीं होते।"

ठोस कार्रवाई की अपील

थानेदार ने आगे कहा, "हम चाहते हैं कि अमेरिका पाकिस्तान में हो रहे मानवाधिकार उल्लंघनों की कड़ी निंदा करे और केवल बयानबाजी नहीं, बल्कि ठोस आर्थिक प्रतिबंध लगाए ताकि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों पर तुरंत रोक लगाई जा सके।"

0/Post a Comment/Comments