पाकिस्तान क्रिकेट की ही तरह बांग्लादेश क्रिकेट भी विवादों के चलते लगातार सुर्खियों में है। ये विवाद बांग्लादेशी क्रिकेटर तौहीद ह्रदय पर लगाए गए बैन की वजह से पैदा हुआ और अब पूर्व क्रिकेटर तमीम इकबाल ने ढाका प्रीमियर लीग में तौहीद ह्रदय के निलंबन के मामले में बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) को जमकर फटकार भी लगाई है।
ह्रदय को मिसकंडक्ट के लिए दो मैचों का निलंबन झेलना पड़ा, लेकिन वो सिर्फ़ एक मैच खेलने के बाद वापस आ गए, जिससे बोर्ड द्वारा उनके प्रतिबंध के दूसरे मैच को बहाल करने पर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। बांग्लादेश के पूर्व क्रिकेटर तमीम इकबाल ने ढाका प्रीमियर लीग (डीपीएल) में दो मैचों के लिए निलंबित किए गए तौहीद ह्रदय के निलंबन के बाद उठे विवाद पर बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) पर निशाना साधा।
तमीम ने मीरपुर में बीसीबी कार्यालय के बाहर कहा, "वो पहले ही अपनी सजा काट चुका है। फिर उसने दो मैच खेले और अब अचानक उसे फिर से निलंबित कर दिया गया है? ये किस कानून के तहत किया जा रहा है? ये हास्यास्पद है। आप किसी को खेलने की अनुमति देने के बाद उसे फिर से निलंबित नहीं कर सकते।"
ढाका प्रीमियर लीग में इस सीजन में काफी ड्रामा देखने को मिला है, लेकिन हृदय के निलंबन की कहानी सबसे बड़ी सुर्खियां बन गई है। मोहम्मडन के गाजी ग्रुप क्रिकेटर्स के खिलाफ पिछले मैच में तौहीद हृदोय की हरकतों ने उन्हें एक बार फिर मुश्किल में डाल दिया। आउट होने के बाद, वो अपनी जगह पर खड़े रहे, पिच की ओर इशारा किया और असहमति में अपना सिर हिलाया, मैच अधिकारियों ने इस हरकत को बीडीपीएल आचार संहिता के तहत लेवल 1 अपराध के रूप में वर्गीकृत किया। इस गलती के लिए उन पर 10,000 का जुर्माना और एक डिमेरिट अंक दिया गया।
ह्रदय को फिलहाल आठ डिमेरिट अंक दिए जा चुके हैं, जिससे स्वचालित रूप से चार मैचों का निलंबन शुरू हो गया है। नियमों के अनुसार, वो मोहम्मडन के अबाहानी के खिलाफ महत्वपूर्ण मुकाबले और अगले डीपीएल सत्र में तीन और मैचों में नहीं खेल पाएंगे।
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