अपने पहले पॉडकास्ट में MS Dhoni ने अपने पसंदीदा भारतीय क्रिकेटरों का जिक्र किया, जिन्हें वो फिर से एक साथ खेलते देखना चाहते हैं। धोनी ने वीरेंद्र सहवाग, सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और युवराज सिंह जैसे दिग्गजों को अपने ड्रीम कॉम्बिनेशन में शामिल किया। साथ ही उन्होंने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत, बचपन के अनुभव और विकेटकीपिंग में आने की कहानी भी साझा की।
महेंद्र सिंह धोनी ने हाल ही में अपने पहले पॉडकास्ट में उस ड्रीम कॉम्बिनेशन का जिक्र किया जिसे वह एक साथ खेलते देखना चाहते हैं। जब उनसे पूछा गया कि अगर वे एक ओपनिंग जोड़ी, एक गेंदबाज और एक ऑलराउंडर चुनें जो एक साथ खेलें, तो उनका जवाब पूरी तरह भारतीय खिलाड़ियों से जुड़ा रहा।
धोनी ने कहा, "मैं अपने इंडियन प्लेयर्स को ही रखूंगा। वीरू पा (वीरेंद्र सहवाग) ओपनिंग करें, साथ में सचिन और सौरव गांगुली हों। सोचिए अगर ये तीनों अपने प्राइम में हों, तो इन्हें देखने से बेहतर कुछ नहीं।"
धोनी ने आगे कहा कि क्रिकेट लगातार बदलता रहता है और हर दौर में ऐसे खिलाड़ी आए हैं जिन्होंने मैच जिताए हैं। “जब युवराज सिंह ने छह छक्के मारे थे, तब किसी और को देखने की जरूरत ही नहीं थी। धोनी ने आगे मुस्कुराते हुए कहा मुझे नहीं लगता कि मैं किसी एक को चुन सकता हूं।”
धोनी ने यह भी बताया कि पुराने दौर के खिलाड़ियों की कई शानदार परफॉर्मेंस रिकॉर्ड ही नहीं हुईं, इसलिए आज की पीढ़ी उन्हें जानती भी नहीं। "आज सब कुछ रिकॉर्ड होता है, लेकिन पहले ऐसा नहीं था, इसलिए बहुत सारी महान परफॉर्मेंस छूट गई हैं।"Players MS Dhoni would like to see play together:
— ` (@WorshipDhoni) April 6, 2025
Sehwag, Sachin and Ganguly (At their prime). Also talked about Yuvi's six sixes in the end.
The most secure cricketer ❤ @msdhoni pic.twitter.com/DEBKPBqTFK
ये बातचीत उनके पहले पॉडकास्ट में हुई जिसे होस्ट किया था पॉपुलर कंटेंट क्रिएटर राज शमानी ने। इस पॉडकास्ट में धोनी ने अपने करियर, बचपन, क्रिकेट की शुरुआत और इंडियन ड्रेसिंग रूम के कई अनसुने किस्से भी शेयर किए। धोनी ने बताया कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वे भारत के लिए खेलेंगे। “मैं रांची से हूं। तब बिहार था, अब झारखंड है। हमारे यहां क्रिकेट का कोई इतिहास नहीं था। जब स्कूल में था, तब सोचा भी नहीं था कि कभी टीम इंडिया का हिस्सा बनूंगा।”
उन्होंने यह भी बताया कि शुरुआत में वे टेनिस बॉल से खेलते थे और तब गेंदबाज़ी करते थे। "मैं काफी दुबला-पतला था, तो मुझे विकेटकीपिंग करने के लिए कहा गया। मैंने हमेशा अपने से बड़े खिलाड़ियों के साथ खेला, जो मेरे लिए फायदेमंद रहा।
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