भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) अक्सर चर्चाओं में बने ही रहते हैं. इस बीच वो पूर्व पाकिस्तानी कप्तान आमिर सोहेल (Aamer Sohail) के साथ शारजाह में हुए एक वाक्या को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं. जिसका जिक्र कई बार सिद्धू भी कर चुके हैं और पूर्व पाकिस्तानी कप्तान आमिर सोहेल (Aamer Sohail) भी कर चुके हैं. लेकिन इस बारे में आमिर का कहना है कि सिद्धू इस मसले को जोड़-तोड़कर पेश करते हैं. क्योंकि जिस तरह से वो बताते हैं, असल में उस तरह से ये किस्सा हुआ ही नहीं था. बता दें कि ये सारी बातें पूर्व पाकिस्तानी कप्तान ने खुद अपने ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर बताई है, साथ ही उन्होंने इस पूरे वाक्ये की सच्चाई भी बताई है.
आमिर सोहेल इस किस्से के बारे में बताने से पहले नवजोत सिंह सिद्धू की तारीफ में कसीदे पढ़ते हुए कहते हैं कि सिद्धू एक बड़ा नाम हैं, जिन्हें सभी जानते हैं. एक खिलाड़ी होने के नाते मैं भी उन्हें काफी पसंद करता हूं. साथ ही मैं उनकी बहुत ज्यादा रिस्पेक्ट भी करता हूं. भारत के सभी बल्लेबाजों में से वो एक ऐसे खिलाड़ी थे जिन्हें मैनें सबसे ज्यादा एंजॉय किया, जिसमें कोई शक नहीं है. साथ ही उनकी गेंदबाजी भी काफी अटैकिंग थी. दुनिया के कई गेंदबाजों के खिलाफ उनका प्रदर्शन काफी शानदार रहा था. लेकिन आजकल वो एक कोई कॉमेडी शो है, जिसमें एक वाक्या कोड करते हैं, जो मैनें सुना. उसके बारे में मैनें भारत में भी साल 2005 में एक न्यूएज चैनल पर बात की थी. उस दौरान भी वो यही वाक्या दोहरा रहे थे. लेकिन तब मैनें उनसे कहा था कि ये इस तरह नहीं था, जैसा वो कह रहे हैं.
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आगे इस किस्से के बारे में बताते हुए सोहेल ने कहा कि उस दौरान उनसे ये भी कहा कि आखिर अकीब जावेद भी भारत में हैं. क्यों न उन्हें भी बुला लेते हैं और इस पर हम तीनों ही साथ में बैठकर बात कर लेते हैं, कि मामला सही में क्या है और क्या नहीं. उसके बाद जब मैं आखिरी बार एशिया कप में कमेंट्री कर रहा था, तब भी यही मामला फिर उठा, लेकिन उस वक्त मैनें इस पर सफाई दी. लेकिन इस मसले को उन्होंने बिलकुल अलग तरीके से बताया. ऐसे में मैं समझता हूं कि इसे क्लियर करने की जरूरत है.
आगे उन्होंने कहा कि ये वाक्या 1996 का था, जब मैं शारजाह मैच में कप्तानी कर रहा था. उस दौरान सिद्धू पाजी 90 रन के करीब खेल रहे थे. तभी ओवर के दौरान वो गुस्से में मेरे पास आए, और पंजाबी में कहा कि आमिर पाजी आपका जो ये तेज गेंदबाज है उसे समझाओ. ये गलत कर रहा है. तब मैनें उनसे कहा कि पाजी क्या हो गया. तो उन्होंने कहा कि वो अपशब्दों का प्रयोग कर रहा है. तो मैनें कहा पाजी छोड़ो आपको पता ही है कि वो तेज गेंदबाज है, और ये ऐसे करते ही रहते हैं. तो उन्होंने कहा कि नहीं, नहीं, वो चाहते हैं कि, वो बोले, लेकिन अपशब्द न कहे. ऐसे में मैनें उनसे कहा कि ठीक है इस गेंद के मैं उससे बात करके उसे समझाता हूं. आप चिंता न करें और आप जाकर खेलें. यही वो वाक्या था, जिस पर सिद्धू ने पता नहीं क्या सोचकर बातें कर डाली.